युवराज सिंह की जीवनी- युवराज सिंह, जिन्हें “यूवी” के नाम से भी जाना जाता है, एक भारतीय क्रिकेटर और पूर्व अंतरराष्ट्रीय खिलाड़ी हैं। उनका जन्म 12 दिसंबर 1981 को चंडीगढ़, भारत में हुआ था। उनके पिता योगराज सिंह भी एक पूर्व क्रिकेटर थे और उनकी मां का नाम शबनम सिंह है।
युवराज सिंह ने भारतीय क्रिकेट टीम के लिए मध्यक्रम के बल्लेबाज और बाएं हाथ के स्पिन गेंदबाज के रूप में खेला। वह अपनी आक्रामक बल्लेबाजी शैली और तेज फील्डिंग के लिए मशहूर हैं। 2007 के टी20 विश्व कप में, उन्होंने इंग्लैंड के खिलाफ एक ओवर में स्टुअर्ट ब्रॉड की गेंदों पर लगातार छह छक्के मारे, जो उनके करियर का सबसे यादगार पल बन गया।युवराज सिंह की क्रिकेट करियर की एक और बड़ी उपलब्धि 2011 का क्रिकेट विश्व कप जीतना है, जिसमें उन्होंने महत्वपूर्ण भूमिका निभाई और ‘मैन ऑफ द टूर्नामेंट’ का खिताब जीता। इसके बाद उन्हें कैंसर हो गया, लेकिन उन्होंने इससे संघर्ष किया और सफल इलाज के बाद क्रिकेट में वापसी की।
युवराज सिंह ने 10 जून 2019 को अंतरराष्ट्रीय क्रिकेट से संन्यास की घोषणा की। उन्होंने अपनी आत्मकथा “द टेस्ट ऑफ माई लाइफ” में अपने कैंसर से लड़ाई और क्रिकेट करियर के बारे में विस्तार से लिखा है। वर्तमान में, वह विभिन्न सामाजिक कार्यों में सक्रिय हैं, विशेष रूप से कैंसर जागरूकता के क्षेत्र में।
युवराज सिंह की शादी ब्रिटिश-मॉरीशियन अभिनेत्री हेजल कीच से 30 नवंबर 2016 को हुई।
युवराज सिंह का एकदिवसीय(वनडे)करियर
युवराज सिंह का वनडे (एकदिवसीय) करियर भारतीय क्रिकेट के इतिहास में बेहद प्रभावशाली रहा है। उन्होंने 2000 में 18 साल की उम्र में नैरोबी में केन्या के खिलाफ अपना वनडे डेब्यू किया। अपने पहले ही मैच में उन्होंने अपने शानदार प्रदर्शन से सभी का ध्यान खींचा, लेकिन असली पहचान उन्हें 2002 की नेटवेस्ट सीरीज के फाइनल में मिली, जहां उन्होंने मोहम्मद कैफ के साथ मिलकर भारत को यादगार जीत दिलाई थी।
युवराज सिंह के वनडे करियर की मुख्य बातें:
- कुल मैच: युवराज सिंह ने 304 वनडे मैच खेले।
- कुल रन: उन्होंने 36.55 की औसत से 8,701 रन बनाए। इसमें 14 शतक और 52 अर्धशतक शामिल हैं।
- सर्वश्रेष्ठ स्कोर: उनका सर्वोच्च व्यक्तिगत स्कोर 150 रन है, जो उन्होंने इंग्लैंड के खिलाफ 2017 में कटक में बनाया था।
- छह छक्के: 2007 के टी20 विश्व कप में इंग्लैंड के खिलाफ एक ओवर में लगातार 6 छक्के मारकर उन्होंने एक अनूठा रिकॉर्ड बनाया। हालांकि वह टी20 मैच था, लेकिन इस उपलब्धि ने उनकी आक्रामक बल्लेबाजी क्षमता को वनडे में भी मजबूती से स्थापित किया।
- 2011 विश्व कप: युवराज सिंह के वनडे करियर का सबसे बड़ा और यादगार हिस्सा 2011 का विश्व कप है। उन्होंने पूरे टूर्नामेंट में 362 रन बनाए और 15 विकेट भी लिए। उन्हें उनके अद्वितीय प्रदर्शन के लिए ‘मैन ऑफ द टूर्नामेंट’ का खिताब दिया गया।
- ऑलराउंडर प्रदर्शन: युवराज ने गेंदबाजी में भी शानदार योगदान दिया। उन्होंने वनडे में कुल 111 विकेट लिए, जिसमें उनका सर्वश्रेष्ठ प्रदर्शन 31 रन देकर 5 विकेट था।
- आखिरी वनडे: युवराज ने अपना अंतिम वनडे मैच 30 जून 2017 को वेस्ट इंडीज के खिलाफ खेला।
युवराज सिंह को उनके करियर में उतार-चढ़ाव का सामना करना पड़ा, लेकिन उनके योगदान और संघर्ष ने उन्हें भारतीय क्रिकेट में एक खास स्थान दिलाया है। उनका वनडे करियर क्रिकेट प्रेमियों के लिए हमेशा प्रेरणादायक रहेगा।
युवराज सिंह का टी20 करियर
युवराज सिंह का टी20 करियर उनकी आक्रामक बल्लेबाजी और महत्वपूर्ण मैचों में शानदार प्रदर्शन के लिए जाना जाता है। उन्होंने भारतीय क्रिकेट टीम के लिए टी20 प्रारूप में कई यादगार पारियां खेलीं।
युवराज सिंह के टी20 करियर की मुख्य बातें:
- टी20 डेब्यू: युवराज सिंह ने 13 सितंबर 2007 को स्कॉटलैंड के खिलाफ टी20 इंटरनेशनल में डेब्यू किया।
- कुल मैच: युवराज सिंह ने अपने टी20 करियर में 58 मैच खेले।
- कुल रन: उन्होंने 28.02 की औसत से 1,177 रन बनाए, जिसमें 8 अर्धशतक शामिल हैं। उनकी स्ट्राइक रेट 136.38 की रही, जो उनकी आक्रामक बल्लेबाजी को दर्शाती है।
- सर्वश्रेष्ठ स्कोर: टी20 इंटरनेशनल में उनका सर्वोच्च स्कोर 77 रन था।
- छह छक्के: युवराज सिंह का सबसे यादगार क्षण 2007 के टी20 विश्व कप में इंग्लैंड के खिलाफ आया, जब उन्होंने स्टुअर्ट ब्रॉड की गेंदबाजी पर एक ओवर में लगातार छह छक्के मारे। यह उपलब्धि उन्हें टी20 क्रिकेट का एक विशेष स्थान दिलाती है। उन्होंने उस मैच में सिर्फ 12 गेंदों में 50 रन बनाए, जो आज भी टी20 में सबसे तेज अर्धशतक का रिकॉर्ड है।
- 2007 टी20 विश्व कप: युवराज सिंह ने 2007 के टी20 विश्व कप में भारतीय टीम की जीत में महत्वपूर्ण भूमिका निभाई। खासकर, ऑस्ट्रेलिया के खिलाफ सेमीफाइनल में उन्होंने 30 गेंदों में 70 रन की धुआंधार पारी खेली थी, जिससे भारत ने फाइनल में जगह बनाई।
- गेंदबाजी: युवराज ने टी20 में भी गेंदबाजी की और कुल 28 विकेट लिए, जिसमें उनका सर्वश्रेष्ठ प्रदर्शन 17 रन देकर 3 विकेट था।
- आखिरी टी20 मैच: युवराज ने अपना अंतिम टी20 इंटरनेशनल मैच 1 फरवरी 2017 को इंग्लैंड के खिलाफ खेला।
युवराज सिंह का टी20 करियर उनकी आक्रामक बल्लेबाजी, तेज रन बनाने की क्षमता, और दबाव में मैच जीतने की काबिलियत के लिए हमेशा याद किया जाएगा। उनके योगदान ने भारत को कई महत्वपूर्ण मैचों में जीत दिलाने में मदद की।
युवराज सिंह का टेस्ट करियर
युवराज सिंह का टेस्ट करियर, भले ही उनके वनडे और टी20 करियर जितना प्रभावशाली न रहा हो, लेकिन उन्होंने इस प्रारूप में भी कुछ महत्वपूर्ण योगदान दिए। युवराज को टेस्ट क्रिकेट में अपनी जगह पक्की करने के लिए लगातार संघर्ष करना पड़ा, लेकिन उनकी काबिलियत और प्रतिभा ने उन्हें कई यादगार पारियां खेलने का मौका दिया।
युवराज सिंह के टेस्ट करियर की मुख्य बातें:
- टेस्ट डेब्यू: युवराज सिंह ने 16 अक्टूबर 2003 को मोहाली में न्यूज़ीलैंड के खिलाफ टेस्ट डेब्यू किया।
- कुल मैच: युवराज सिंह ने अपने टेस्ट करियर में 40 मैच खेले।
- कुल रन: उन्होंने 33.92 की औसत से 1,900 रन बनाए। इसमें 3 शतक और 11 अर्धशतक शामिल हैं।
- सर्वश्रेष्ठ स्कोर: युवराज सिंह का सर्वोच्च व्यक्तिगत स्कोर 169 रन है, जो उन्होंने पाकिस्तान के खिलाफ 2007 में बैंगलोर में बनाया था। यह उनकी सबसे यादगार टेस्ट पारी में से एक है।
- शतक: युवराज ने अपने टेस्ट करियर में 3 शतक लगाए। उनका पहला टेस्ट शतक 2004 में पाकिस्तान के खिलाफ लाहौर में आया था, जहां उन्होंने 112 रन बनाए थे।
- गेंदबाजी: टेस्ट क्रिकेट में युवराज की गेंदबाजी का ज्यादा उपयोग नहीं हुआ। उन्होंने कुल 9 विकेट लिए, जिसमें उनका सर्वश्रेष्ठ प्रदर्शन 11 रन देकर 2 विकेट था।
- आखिरी टेस्ट: युवराज सिंह ने अपना अंतिम टेस्ट मैच दिसंबर 2012 में इंग्लैंड के खिलाफ कोलकाता में खेला।
टेस्ट करियर का विश्लेषण:
युवराज सिंह का टेस्ट करियर अपेक्षाकृत छोटा रहा, और वह इस प्रारूप में अपनी जगह पक्की नहीं कर पाए। हालांकि, जब भी उन्हें मौका मिला, उन्होंने अपने आक्रामक अंदाज और शानदार बल्लेबाजी से अपनी उपयोगिता साबित की। वनडे और टी20 में उनके योगदान के मुकाबले उनका टेस्ट करियर थोड़ा अनियमित रहा, लेकिन वह हमेशा एक ऐसे खिलाड़ी रहे जिनसे टीम को बड़ी उम्मीदें थीं।
युवराज सिंह का टेस्ट करियर उनके वनडे और टी20 करियर जितना लंबा और सफल नहीं रहा, लेकिन उनकी कुछ यादगार पारियां और उनके संघर्ष को क्रिकेट प्रेमी हमेशा याद रखेंगे।
युवराज सिंह का आईपीएल करियर
युवराज सिंह का आईपीएल (इंडियन प्रीमियर लीग) करियर भी उनकी अन्य क्रिकेट उपलब्धियों की तरह ही चर्चित रहा है। युवराज ने आईपीएल में अपनी आक्रामक बल्लेबाजी और ऑलराउंडर क्षमताओं का प्रदर्शन किया, और वह इस टूर्नामेंट के सबसे महंगे खिलाड़ियों में से एक रहे हैं।
युवराज सिंह के आईपीएल करियर की मुख्य बातें:
- कुल मैच: युवराज सिंह ने 2008 से 2019 तक कुल 132 आईपीएल मैच खेले।
- कुल रन: उन्होंने 24.77 की औसत से 2,750 रन बनाए। उनका स्ट्राइक रेट 129.72 का रहा, जो उनकी आक्रामक बल्लेबाजी को दर्शाता है। उनके आईपीएल करियर में 13 अर्धशतक शामिल हैं।
- सर्वश्रेष्ठ स्कोर: युवराज सिंह का सर्वोच्च आईपीएल स्कोर 83 रन था।
- गेंदबाजी: आईपीएल में युवराज सिंह ने गेंदबाजी में भी महत्वपूर्ण योगदान दिया। उन्होंने 36 विकेट लिए, जिसमें उनका सर्वश्रेष्ठ प्रदर्शन 22 रन देकर 4 विकेट था।
- टीमों के साथ जुड़ाव:
- किंग्स XI पंजाब (अब पंजाब किंग्स): युवराज ने 2008 से 2010 तक किंग्स XI पंजाब के लिए खेला। वह टीम के पहले सीज़न के कप्तान भी रहे।
- पुणे वॉरियर्स इंडिया: 2011 से 2013 तक वह पुणे वॉरियर्स इंडिया के लिए खेले और टीम के कप्तान भी रहे।
- रॉयल चैलेंजर्स बैंगलोर: 2014 में, युवराज सिंह को रॉयल चैलेंजर्स बैंगलोर ने 14 करोड़ रुपये में खरीदा, जो उस समय के सबसे महंगे खिलाड़ी थे।
- दिल्ली डेयरडेविल्स (अब दिल्ली कैपिटल्स): 2015 में, दिल्ली डेयरडेविल्स ने उन्हें 16 करोड़ रुपये में खरीदा, जो एक बार फिर उन्हें सबसे महंगे खिलाड़ी बना दिया।
- सनराइजर्स हैदराबाद: 2016 और 2017 में युवराज सनराइजर्स हैदराबाद के लिए खेले। 2016 में, उनकी टीम ने आईपीएल खिताब जीता।
- मुंबई इंडियंस: 2019 में, युवराज सिंह ने मुंबई इंडियंस के लिए खेला, जो उनका अंतिम आईपीएल सीज़न था।
- आखिरी आईपीएल सीजन: 2019 में मुंबई इंडियंस के लिए खेलते हुए, युवराज सिंह ने आईपीएल को अलविदा कहा।
विश्लेषण:
युवराज सिंह का आईपीएल करियर कई उतार-चढ़ाव से भरा रहा। वह अपनी विस्फोटक बल्लेबाजी के लिए जाने जाते थे, लेकिन निरंतरता की कमी और चोटों के कारण वह आईपीएल में अपनी पहचान नहीं बना सके। हालांकि, उनके करियर के कुछ बेहतरीन पल भी आईपीएल से जुड़े हैं, और उन्हें क्रिकेट के इस प्रारूप में भी एक प्रमुख ऑलराउंडर के रूप में याद किया जाएगा।
युवराज सिंह की यादगार पारियां
युवराज सिंह ने अपने क्रिकेट करियर में कई यादगार पारियां खेली हैं, जिनमें उनकी आक्रामक बल्लेबाजी और कठिन परिस्थितियों में टीम को संभालने की क्षमता देखने को मिली। यहाँ युवराज सिंह की कुछ सबसे यादगार पारियों का विवरण दिया गया है:
1. छह छक्के (2007 टी20 विश्व कप)
- मैच: भारत बनाम इंग्लैंड (दूरभाष टी20)
- तारीख: 19 सितंबर 2007
- जगह: डरबन, दक्षिण अफ्रीका
- पारी का विवरण: युवराज सिंह ने स्टुअर्ट ब्रॉड के एक ओवर में लगातार 6 छक्के मारे, जो क्रिकेट इतिहास का एक अविस्मरणीय पल बन गया। उन्होंने 12 गेंदों पर 50 रन बनाए, जो टी20 में सबसे तेज अर्धशतक का रिकॉर्ड है। यह पारी भारत के 2007 टी20 विश्व कप जीतने के सफर का महत्वपूर्ण हिस्सा थी।
2. 169 रन बनाम पाकिस्तान (2007)
- मैच: भारत बनाम पाकिस्तान (टेस्ट)
- तारीख: 8 दिसंबर 2007
- जगह: बैंगलोर, भारत
- पारी का विवरण: पाकिस्तान के खिलाफ इस टेस्ट मैच में युवराज सिंह ने शानदार 169 रन बनाए। यह उनकी टेस्ट करियर की सबसे बड़ी पारी थी, जिसमें उन्होंने आक्रामक और सधी हुई बल्लेबाजी का मिश्रण दिखाया।
3. 70 रन बनाम ऑस्ट्रेलिया (2007 टी20 विश्व कप सेमीफाइनल)
- मैच: भारत बनाम ऑस्ट्रेलिया (टी20)
- तारीख: 22 सितंबर 2007
- जगह: डरबन, दक्षिण अफ्रीका
- पारी का विवरण: युवराज सिंह ने इस महत्वपूर्ण सेमीफाइनल मैच में 30 गेंदों में 70 रन बनाए, जिसमें 5 छक्के और 5 चौके शामिल थे। उनकी पारी ने भारत को फाइनल में पहुँचने में महत्वपूर्ण भूमिका निभाई।
4. 57 रन बनाम ऑस्ट्रेलिया (2011 विश्व कप क्वार्टर फाइनल)
- मैच: भारत बनाम ऑस्ट्रेलिया (वनडे)
- तारीख: 24 मार्च 2011
- जगह: अहमदाबाद, भारत
- पारी का विवरण: 2011 विश्व कप के क्वार्टर फाइनल में युवराज सिंह ने दबाव में 57 नाबाद रन बनाए और भारत को जीत दिलाई। इसके अलावा, उन्होंने गेंदबाजी में भी महत्वपूर्ण योगदान दिया, जिससे भारत को टूर्नामेंट के सेमीफाइनल में पहुंचने में मदद मिली।
5. 150 रन बनाम इंग्लैंड (2017)
- मैच: भारत बनाम इंग्लैंड (वनडे)
- तारीख: 19 जनवरी 2017
- जगह: कटक, भारत
- पारी का विवरण: युवराज सिंह ने इंग्लैंड के खिलाफ 150 रन की शानदार पारी खेली। यह पारी विशेष रूप से महत्वपूर्ण थी क्योंकि वह कैंसर से लड़ाई के बाद अंतरराष्ट्रीय क्रिकेट में वापसी कर रहे थे। युवराज ने इस पारी में 127 गेंदों में 21 चौके और 3 छक्के लगाए।
6. 139 रन बनाम ऑस्ट्रेलिया (2004)
- मैच: भारत बनाम ऑस्ट्रेलिया (वनडे)
- तारीख: 16 जनवरी 2004
- जगह: सिडनी, ऑस्ट्रेलिया
- पारी का विवरण: युवराज सिंह ने सिडनी में खेले गए इस वनडे मैच में 139 रन बनाए। हालांकि भारत यह मैच हार गया, लेकिन युवराज की पारी को उनकी सर्वश्रेष्ठ पारियों में से एक माना जाता है।
7. 60 रन बनाम श्रीलंका (2011 विश्व कप फाइनल)
- मैच: भारत बनाम श्रीलंका (वनडे)
- तारीख: 2 अप्रैल 2011
- जगह: मुंबई, भारत
- पारी का विवरण: 2011 विश्व कप के फाइनल में, युवराज ने 60 रन की महत्वपूर्ण पारी खेली और महेंद्र सिंह धोनी के साथ साझेदारी कर भारत को विश्व कप जीत दिलाई। युवराज को टूर्नामेंट में उनके शानदार प्रदर्शन के लिए ‘मैन ऑफ द टूर्नामेंट’ चुना गया।
युवराज सिंह की ये पारियां न केवल उनकी बल्लेबाजी प्रतिभा को दर्शाती हैं, बल्कि उनके खेल के प्रति जुनून और समर्पण को भी दिखाती हैं। इन पारियों ने भारतीय क्रिकेट के कई महत्वपूर्ण क्षणों में एक बड़ा योगदान दिया।